
जगदीश शेट्टर ने लिया फैसला
हुब्बल्ली. मेरे कार्यालय में स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के फोटो नहीं हटाऊंगा, यह मेरी संस्कृति नहीं है। यह मेरी फितरत नहीं है। यह बयान भाजपा से कांग्रेस खेमे में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार का है। उनके इस रुख ने राजनीतिक क्षेत्र में बहस छेड़ दी है।
अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र हुब्बल्ली-धारवाड़ मध्य में भाजपा के टिकट से वंचित होने के बाद, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने वर्तमान कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं परन्तु अभी भी दफ्तर की दीवारों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह की तस्वीरें चस्पा हैं। कर्नाटक की राजनीति में अब इस मुद्दे पर जमकर बहस हो रही है।
स्वाभाविक रूप से, पार्टी बदलते ही, कार्यालय में पहचान के तौर पर लोकप्रिय तस्वीरों को हटाकर अपने के राजनीतिक रुख के साथ मेल खाने वाली मौजूदा पार्टी की तस्वीरों को लगाने का प्रचलन है।
कांग्रेस नेता जगदीश शेट्टर ने कहा कि अभी मैं अपने कार्यालय में अपनी नई पार्टी के नेताओं की तस्वीरें टांग सकता हूं परन्तु मुझे यह पसंद नहीं है। यह मेरा व्यक्तित्व भी नहीं है।
कांग्रेस का झंडा, भाजपा नेताओं की तस्वीरें!
जगदीश शेट्टर 1994 से बतौर भाजपा सदस्य हुब्बल्ली-धारवाड़ सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। भाजपा से अपना पुराना नाता तोड़ चुके शेट्टर अब कांग्रेस का झंडा लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ प्रचार कर रहे हैं।
अपने अतीत को फीछे छोडक़र, शेट्टर अपने गृह कार्यालय में सोफे पर बैठे अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं परन्तु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के दो फोटो फ्रेम जहां वे बैठते हैं, उनके पीछे की दीवार पर आज भी टंगे हुए हैं। वे उसी सोफे पर बैठकर मीडिया को इंटरव्यू भी देते हैं। लोगों से मुलाकात भी कर रहे हैं।
तस्वीरों के बारे में पूछने पर जगदीश शेट्टर ने अपने ही अंदाज में जवाब दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मान देने के बारे में शेट्टर ने कहा कि एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जाने के तुरंत बाद पूर्व नेताओं की तस्वीरें हटाना अच्छा चलन नहीं है। मैं ऐसा नहीं कर सकता। मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि मेरे मन में नरेंद्र मोदी और अमित शाह के लिए बहुत सम्मान है।