मेंगलूरु से चार्माडी घाटी तक 90 किलोमीटर सड़क का होगा कायाकल्प
मेंगलूरु. चार्माडी घाट सड़क के लिए आखिरकार कायाकल्प देने की उम्मीद बनी हुई है। से पूरा होने की उम्मीद है। केंद्र सरकार ने 490 करोड़ रुपए की लागत में विकास कायों को सहमति दी है। मेंगलूरु-विल्लुपुरम राष्ट्रीय राजमार्ग क्षेत्र के मेंगलूरु-तुमकूर खंड में आने वाली चार्माडी घाटी दक्षिण कन्नड़ और चिक्कमगलूरु डिवीजन से 25 किमी और दक्षिण कन्नड़ डिवीजन से 11.20 किमी सड़क को विकसित करने की जरूरत है। इसके लिए चार्माडी नहर से घाटी के 11वें मोड़ तक 11.2 किमी सडक़ के लिए डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) रिपोर्ट सौंपने का केंद्र सरकार ने निर्देश दिया है।
सांसदों पर लगातार रहा जनता का दबाव
2019 की बाढ़ के दौरान पस्त घाट पर कई महीनों तक वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित था। बाद में कई चरणों में विकास कार्य करने के बावजूद भी भारी वाहन यातायात के लिए अभी भी यह उपयुक्त नहीं है। चार दिशाओं में एक दिशा में वाहन चल रहे हैं। घाट के 11 संकरी मोड़ों पर विस्तार की आवश्यकता है। इसके चलते दक्षिण कन्नड़ और चिक्कमगलूरु डिविजन के सांसदों पर भी जनता का दबाव लगातार बना हुआ था।
तीसरे चरण का कार्य
प्रारंभिक चरण का सर्वेक्षण पहले ही हो चुका है और सडक़ 10 मीटर विस्तार के साथ डबल लेन होगी। पहले चरण में बीसी रोड-पुंजालकट्टे तक का काम पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में 720 करोड़ रुपए लागत में पुंजालकट्टे से चार्माडी तक 33 किमी दोहरी लेने का कार्य प्रगति पर है। वार्षिक योजना के तहत तीसरे चरण के तौर पर चार्माडी घाटी विकास को मंजूरी दी गई है। इसके जरिए मेंगलूरु से चार्माडी घाटी तक लगभग 90 किमी सड़क पूरी तरह विकसित होने की उम्मीद है।
25 अक्टूबर तक डीपीआर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश
वर्तमान में देश के 21 राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजनाओं में 588 किमी सडक़ 7,745 करोड़ रुपए की लागत में विकसित होगी। इसमें चार्माडी घाटी भी शामिल है। इस बारे में 25 अक्टूबर तक डीपीआर पूरा कर रिपोर्ट सौंपने का राष्ट्रीय राजमार्ग जोन को निर्देश दिया गया है।
– मौलिक ए., कार्यकारी अभियंता, योजना विभाग, सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय
मुख्य लाभ
समय, ऊर्जा की बचत
शिराडी से घाटी के लिए वैकल्पिक सड़क
चिक्कमगलूरु के लोगों के लिए चिकित्सा सेवा आसान होगी
उद्यमिता, व्यापार, लेनदेन, माल परिवहन की सुविधा होगी