सीएम सिद्धरामय्या ने दी जानकारी
दावणगेरे. मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने कहा कि अस्थायी सूखा राहत के तौर पर प्रति किसान 2,000 रुपए के हिसाब से लगभग 34 लाख किसानों को 650 करोड़ रुपए दिया गया है।
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा ने नई दिल्ली में टैक्स वितरण के खिलाफ राज्य के विरोध प्रदर्शन की आलोचना की है, तो क्या केंद्र सरकार की ओर से राज्य के साथ किए गए अन्याय का विरोध करना गलत है?
उन्होंने कहा कि येडियूरप्पा जब मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज नहीं उठाई। हमारे 100 रुपए का भुगतान करने पर केवल 13 रुपए राज्य को वापस आ रहे हैं। राज्य से 4,30,000 करोड़ रुपए कर संग्रह होने पर हमें केवल 50,257 करोड़ वापस मिल रहे हैं। केंद्र सरकार के इस बर्ताव का विरोध किया जा रहा है।
सिद्धरामय्या ने कहा कि सूखा प्रबंधन को लेकर पेयजल, चारा और रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। सभी जिलाधिकारियों को कुल 860 करोड़ रुपए दिए गए हैं। लोगों को पलायन से रोकने और उनके पीने के पानी में व्यवधान न हो, इस बारे में स्पष्ट निर्देश दिया गया है। प्रति किसान 2,000 रुपए के हिसाब से लगभग 34 लाख किसानों को अस्थायी राहत के तौर पर 650 करोड़ रुपए मुआवजा दिया गया है।
पांच माह बाद भी केंद्र सरकार ने राहत नहीं दी है। राज्य के भाजपा नेता केवल भाषण देते हैं। केंद्र सरकार से संवाद कर मुआवजा नहीं दिलवा रहे हैं।
