के.एस. ईश्वरप्पा ने कहा
हुब्बल्ली. पूर्व उपमुख्यमंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने कहा कि देशद्रोही अल्पसंख्यकों की ओर से दलितों और पिछड़े वर्गों पर किए जा रहे अन्याय को रोकने के लिए एक संगठन के गठन पर चर्चा के लिए 20 अक्टूबर को सुबह 11 बजे बागलकोट में एक बैठक बुलाई गई है।
शहर में पत्रकारों को जानकारी देते हुए ईश्वरप्पा ने कहा कि हमने संगठन के गठन को लेकर उत्तर कर्नाटक के कई महत्वपूर्ण नेताओं से चर्चा की है। बैठक में पूर्व सांसद विरूपाक्षप्पा, पूर्व मंत्री गूलीहट्टी शेखर, पूर्व विधायक रघुपति भट्ट, वीरभद्रप्पा हालहरवी, अहिंद संगठन के नेता मुदकप्पा और कई अन्य लोगों ने भाग लेकर विचार व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि 30-40 साधु संतों ने ऐसा एक संगठन बनाने की सलाह दी है। उनकी सलाह के आधार पर हमने एक संगठन बनाने का निर्णय लिया है। यह संगठन गैर राजनीतिक है। इसका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। संगठन का नाम अभी तय नहीं हुआ है। कुछ लोगों ने इसका नाम रायन्ना-चन्नम्मा ब्रिगेड रखने का सुझाव दिया है। इस मामले पर बागलकोट बैठक में चर्चा कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
ईश्वरप्पा ने कहा कि हम नागमंगला में तलवारें लहराकर पेट्रोल बम फेंकने वाले देशद्रोही अल्पसंख्यकों के खिलाफ हैं। देशभक्तों के खिलाफ नहीं।
गलती की
अतीत में रायन्ना ब्रिगेड बनाने पर बहुत सारे लोगों का समर्थन मिला था। बीएस येडियूरप्पा को यह बर्दाश्त नहीं हुआ तो उन्होंने तत्कालीन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से शिकायत कर दी। तब अमित शाह ने संगठन को बंद करने का निर्देश दिया तो यह रुक गया। अब मुझे लगता है कि मैंने तब इसे बंद करके गलती की।
विजयेंद्र अभी छोटे हैं, मेरे बारे में क्या बात करते हैं
पूर्व डीसीएम केएस ईश्वरप्पा ने तंज कसते हुए कहा कि जब भाजपा पार्टी का संगठन किया जा रहा था तब बी.वाई. विजयेंद्र ने आंखें भी नहीं खोली थीं। उन्होंने अब पार्टी देखी है। अभी वे छोटे हैं मेरे बारे में क्या बात करते हैं। पार्टी के लिए काम करने वालों के बारे में ओच्छी बातें करना ही उनका योगदान है।
उन्होंने कहा कि हमने साइकिल और स्कूटर पर घूम-घूमकर सामूहिक नेतृत्व में पार्टी बनाई। विजयेंद्र मैं मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा के आशीर्वाद से प्रदेश अध्यक्ष बना हूं। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता कहते हुए घूम रहे हैं। उनका चयन करते समय पार्टी के लिए काम करने वाले वरिष्ठों ने विरोध किया था, जिनमें आरएसएस के 40 लोग समेत 37 वरिष्ठ शामिल थे परन्तु लिंगायत समेत अन्य लोगों के आंखों में धूल झोंककर प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। पार्टी में उनका योगदान क्या है।
ईश्वरप्पा ने कहा कि विजयेंद्र के हाथों पार्टी बर्बाद हो रही थी, पार्टी शुद्धीकरण होनी चाहिए, इस कारण मैंने चुनाव में खड़ा हुआ, जीतने के लिए नहीं। जिन लोगों ने पार्टी को खड़ा करने के लिए दिन-रात मेहनत की, उनकी वजह वे हाशिए पर जा रहे हैं। मेरे जैसे कई वरिष्ठों को यह दुख है कि विजयेंद्र के हाथों पार्टी बर्बाद हो रही है। जिसे चाहें उसे टिकट देना, पदाधिकारी बनाने के पक्षपात से भरा है।