इस्लाम, नमाज और कुरान के बारे में जानकारी हासिल की
होसपेट (विजयनगर). मस्जिद के अंदर क्या है? प्रार्थना कैसे करते हैं? इस्लाम शब्द का क्या अर्थ है? अल्लाह कौन है? कुरान का संदेश क्या है? इस प्रकार अन्य-धर्म के लोगों को परेशान करने वाले विभिन्न सवालों का जवाब देने का एक प्रयास में रविवार को शहर की मस्जिद के अंदर किया गया।
शहर के चप्परदहल्ली स्थित मदीना जामिया मस्जिद अहले हदीस मस्जिद में आयोजित नम्मुर मस्जिद नोड बन्नी (आइए हमारे गांव की मस्जिद देखें) कार्यक्रम में सैकड़ों हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों और अन्य धर्म के लोगों ने भाग लिया और इस्लाम के बारे में कई जानकारियां प्राप्त की जो वे पहले नहीं जानते थे।
मानवीय भावना, आपसी प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए जमीयत-ए-अहले हदीस संगठन की ओर से शहर में पहली बार यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
व्यापक विवरण दिया
सबसे पहले हाथ-पैर धोकर मस्जिद में कैसे प्रवेश करने के बारे में, अजान क्यों देते हैं? दिन में कितनी बार अजान दी जाती है, इस बारे में जानकारी दी गई। वहां एक ब्लैकबोर्ड था जिस पर हर विषय पर बड़ी-बड़ी बातें लिखी हुई थीं, उसके पास खड़े होकर स्पष्टीकरण दे रहे लोग मुस्कुराते हुए हर आने-जाने वाले को जानकारी देे रहे थे। मस्जिद में प्रवेश करते ही इस्लाम शब्द का अर्थ, प्रार्थना की विधि, कुरान की रचना कब हुई? पैगम्बर कौन हैं? आदि की जानकारी विस्तार से दी गई।
मस्जिद के अंदर सात-आठ लोगों ने जानकारी दी और सामूहिक नमाज का तरीका बताया। मस्जिद के दूसरी ओर कुरान के संदेशों को और अधिक विस्तार से देने का प्रयास किया गया। अंत में, इस्लाम के सार पर एक पुस्तिका, कन्नड़ और अंग्रेजी में मुद्रित कुरान, नि:शुल्क प्रदान की गई।
विधायक, जिलाधिकारी समेत कई लोगों ने किया दौरा
विधायक एचआर गवियप्पा, जिलाधिकारी एमएस दिवाकर, एएसपी सलीम पाशा, डीवाईएसपी टी. मंजूनाथ, वाल्मिकी-नायक समाज के नेता, वीरशैव-लिंगायत समाज के नेताओं समेत कई लोगों ने मस्जिद का दौरा किया।
अंजुमन कमेटी के चेयरमैन एवं होसपेट शहरी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एचएनएफ मोहम्मद इमाम नियाजी, वक्फ बोर्ड जिला इकाई के अध्यक्ष दादापीर, नेता के. जफरुल्लाह, अब्दुल जब्बार, डॉ. हबीबुल्लाह, मौलाना उमर फारूक, फजलुल्लाह साब, बी हनीफ, मुशीर अहमद, उमर फारूक आदि उपस्थित थे।