सुन्नी सम्मेलन में दिया भाईचारे का संदेश
दो दिवसीय वार्षिक सुन्नी सम्मेलन
हुब्बल्ली. वार्षिक सुन्नी सम्मेलन में जहां दुनियाभर में अमन और सांप्रदायिक सौहाद्र्र के लिए दुआएं मांगीं गई वहीं भाईचारे के संदेश के साथ सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन में मुस्लिम समाज के लोगों को अल्लाह और उसके रसूल के बताए रास्ते पर चलने और अमन से जीने की सीख दी। सम्मेलन में कहा कि मुसलमानों को शांति कायम करने के लिए मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर चलना होगा। हर किसी से रहमदिली और भाईचारे से पेश आएं। बर्ताव में कोमलता लाएं और झगड़ों से परहेज करें।
शिक्षा पर दिया बल
सम्मेलन में बताया गया कि हम शिक्षा एवं मानवीय कार्य सरीखे अच्छे कामों पर अधिक ध्यान दें। दूसरों के साथ रहमदिली दिखाएं और प्रेम का स्वभाव रखें। दिल में सभी के लिए सद्भावना और अच्छी राय रखें। खुदा के आदेशों का पालन करें और उसके रसूल के बताए रास्ते पर चलें। इस दौरान सोशल मीडिया पर विशेष सत्र हुआ। विद्यार्थियों को बताया गया कि परीक्षा का सामना हम कैसे करें। बच्चों एवं किशोरों को तीन वर्ग 1 से 7 वर्ष तक, 7 वर्ष से 14 वर्ष तक एवं 14 वर्ष से 21 वर्ष आयुवर्ग के लिए अलग-अलग पालन-पोषण के तरीकों, शिक्षा एवं अन्य बातों को बताया गया।
आसपास के प्रदेशों से भी हुए शामिल
सुन्नी दावते इस्लामी हुब्बल्ली के तत्वावधान में शहर के कारवार रोड स्थित वादी-ए-नूर ओल्ड हुब्बल्ली ईदगाह मैदान में आयोजित 27वां वार्षिक सुन्नी सम्मेलन में कर्नाटक के साथ ही आन्ध्रप्रदेश, दक्षिण महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों से भी लोग शामिल हुए। पहले दिन महिला सम्मेलन हुआ जिसमें समुदाय की महिलाएं और छात्राएं शामिल हुईं। दूसरे दिन पुरुष सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें छात्रों को करियर मार्गदर्शन, कौशल विकास, सोशल मीडिया का उपयोग, साइबर अपराध और अन्य विषयों पर मार्गदर्शन दिया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुंबई अल-बरकात स्कूल के प्रशासक कारी मोहम्मद रिजवान खान ने किया। संस्थापक अध्यक्ष मोहम्मद शाकिर अली नूरी, अल जमीयतुल अशरफिया मुबारकपुर के प्रिंसिपल मुफ्ती निजामुद्दीन मिस्बाही और अन्य अतिथि शामिल हुए।