आरएसएस के बारे में बात करते समय सावधान रहें
केंद्रीय मंत्री जोशी ने दी चेतावनी
हुब्बल्ली. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस की मिलीभगत से कट्टरपंथी ताकतें उत्पात मचा रही हैं। केजे हल्ली-डीजे हल्ली, पुरानी हुब्बल्ली और मैसूर के उदयगिरी में हुए दंगे इसका सबूत हैं।
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जोशी ने कहा कि कांग्रेस की तुष्टीकरण नीति के कारण इस्लामी कट्टरपंथी ताकतें अपना पांव पसार रही हैं। यदि केजे हल्ली-डीजे हल्ली और पुरानी हुब्बल्ली के दंगाइयों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की गई होती तो आज मैसूर में दंगा नहीं होता। दंगों की पुनरावृत्ति के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद से कट्टरपंथी ताकतें बड़े पैमाने पर सिर उठा रही हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि मैसूर के उदयगिरि में घटित घटना पूर्वनियोजित थी। घटना की गहन जांच होनी चाहिए। दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए।
जोशी ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद पीएफआई और एसडीपीआई संगठनों के खिलाफ मामले वापस ले लिए गए। यदि तुष्टीकरण की नीति इसी तरह जारी रही तो कांग्रेस राज्य से खत्म हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर को अपनी विचारधारा के अनुसार बोलना बंद कर दंगों में हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों से करनी चाहिए। अगर सरकार में ताकत है तो वह ऐसा करके दिखाए। आरएसएस के बारे में बात करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
जोशी ने कहा कि कांग्रेस के भीतर आंतरिक कलह का प्रशासन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। हमें दलितों के मुख्यमंत्री बनने पर कोई आपत्ति नहीं है परन्तु अगर इस पर कोई रोक नहीं लगाई गई और प्रशासनिक मशीनरी ध्वस्त हो गई तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।