25 करोड़ रुपए का वर्क ऑर्डर देने का लालच
कलबुर्गी. कल्याण कर्नाटक क्षेत्रीय विकास बोर्ड (केकेआरडीबी) के 20 करोड़ रुपए और राज्य सरकार के 5 करोड़ रुपए (कुल 25 करोड़ रुपए) के निविदाओं के लिए कार्य आदेश देने का वादा करके एक उपठेकेदार से 1.21 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में शहर के साइबर, आर्थिक और नारकोटिक्स नियंत्रण (सीईएन) पुलिस थाने में राज्य के एक मंत्री के दामाद सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
उपठेकेदार की ओर से दायर शिकायत के आधार पर, कलबुर्गी के लक्ष्मीकांत कट्टीमनी, रायचूर के संतोष नायक और किरण, बेंगलूरु के श्रीधर और कोप्पल के रवि मालीपाटिल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता जलजीवन मिशन के कार्यों का उपठेका प्राप्त कर उस पर काम कर रहे थे। कुछ वर्षों से परिचित लक्ष्मीकांत कई बड़े अधिकारियों और राजनेताओं को जानते हैं। उनके सहयोग से उसने कई लोगों को 50 करोड़ रुपए तक के टेंडर दिलाने का दावा किया है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि केकेआरडीबी के लिए 20 करोड़ रुपए और सरकारी कार्यालयों को कैलेंडर आपूर्ति के लिए 5 करोड़ रुपए सहित 25 करोड़ रुपए के कार्य आदेश देने का आरोपियों ने उपठेकेदार को विश्वास दिलाया था। आरोपियों की मांग के अनुसार कार्यालय खर्च के लिए 1.21 करोड़ रुपए को आरोपी संतोष नायक के खाते में जमा किया था। उन्होंने निर्माण सामग्री खरीदने का बिल दिखाकर 2.28 लाख रुपए प्राप्त किए।
कई दिन बीत जाने के बाद भी उपठेकेदार को कार्य आदेश नहीं मिला। आरोपियों को फोन करने पर उन्होंने कहा कि राज्य में हमारी अपनी सरकार है। हम निश्चित रूप से आपको टेंडर ऑर्डर देंगे। टेंडर के लिए दी गई रकम वापस मांगने का दबाव बनाने पर उन्होंने 50 लाख रुपए का चेक दिया था। जब उन्होंने पैसे ट्रांसफर करने की कोशिश की तो चेक बाउंस हो गया।
इस बारे में शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपियों ने राजनेताओं के नाम बताकर अपना परिचय देने के बाद मेरे जीएसटी नंबर पर वर्क ऑर्डर देने का वादा करके मुझसे पैसे ले लिए। पांच आरोपियों में एक मंत्री का दामाद भी शामिल है। आरोपियों ने पैसा वापस करने का वादा किया है।