भाजपा नेता मल्लिकार्जुन सावकार ने दिया सुझाव
हुब्बल्ली. भाजपा नेता मल्लिकार्जुन सावकार ने कहा कि रात 10 बजे के बाद साउंड सिस्टम का उपयोग नहीं करने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने सीधे तौर पर नहीं दिया है। विशेष अवसरों पर 45 डेसिबल से अधिक न होने की शर्त पर इसकी अनुमति है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष के गणेशोत्सव में रात के समय साउंड सिस्टम के उपयोग के लिए पुलिस विभाग से अनुमति लेने का प्रयास करना चाहिए।
वे शहर के एक होटल में बुधवार को डॉ. राजकुमार प्रशंसक संघ महासंघ और धारवाड़ जिला सार्वजनिक गणेशोत्सव प्रतिष्ठान मंडलों की ओर से आयोजित गणेशोत्सव पूर्व बैठक को संबोधित कर रहे थे।
धार्मिक आयोजनों में नियमों के साथ अनुमति संभव
सावकार ने कहा कि धार्मिक कार्यक्रमों जैसे विशेष अवसरों में साउंड सिस्टम के उपयोग की अनुमति सुप्रीम कोर्ट द्वारा कुछ शर्तों के साथ दी गई है परन्तु पुलिस विभाग रात के समय किसी प्रकार की स्पष्ट जानकारी नहीं देता। गजानन गणेशोत्सव समिति और महामंडली समिति को संयुक्त रूप से चर्चा कर वकीलों के माध्यम से विभाग पर दबाव बनाना चाहिए।
पर्दा लगाकर दर्शन और धन वसूली की आलोचना
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से कुछ गणेशोत्सव समितियां गणेश मूर्ति के दर्शन के लिए पर्दा लगाकर पैसे वसूल रही हैं। यह समाज में गलत संदेश भेज रहा है। इससे अन्य जिलों से आने वाले भक्तों की संख्या भी कम हो रही है। लोग सवाल करते हैं कि दर्शन के लिए पैसे क्यों दें? कतार में क्यों खड़े रहें? इस प्रवृत्ति पर रोक लगनी चाहिए।
पुलिस से कानूनी अनुमति की पहल होनी चाहिए
नागेश कलबुर्गी ने कहा कि कानून के अंतर्गत पुलिस विभाग अनुमति देता है। यदि रात को साउंड सिस्टम न हो तो त्योहार की रौनक फीकी पड़ जाती है। 1992 में एक घटना को छोड़ दें, तो उसके बाद हर साल गणेशोत्सव शांतिपूर्वक मनाया गया है। सभी धर्मों के लोग इसमें शामिल होते हैं। ऐसे में साउंड सिस्टम के उपयोग को लेकर पुलिस आयुक्त से कानूनन अनुमति के विषय में चर्चा करनी चाहिए।
नगर निगम के पूर्व पार्षद शिवानंद मुत्तण्णवर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में नेता सदानंद डंगनवर, मल्लिकार्जुन तालूर, विजयकुमार अप्पाजी और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
