शहर में दिल दहलाने वाली घटना से लोग स्तब्ध

सीने में 35 से 40 जगह पर घोंपा चाकू

पुलिस ने रामदुर्ग में दो आरोपियों को दबोचा

सरल वास्तु के संस्थापत चंद्रशेखर गुरुजी

हुब्बल्ली. शहर के एक निजी होटल में सरल वास्तु के संस्थापत चंद्रशेखर गुरुजी के समाजकंटकों ने नृशंस हत्या की है। पुलिस ने दो आरोपियों को बेलगावी जिले के रामदुर्ग के बसवेश्वर सर्कल के पास गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान महांतेश शिरूर तथा मंजुनाथ मरेवाड के तौर पर की गई है। विद्यानगर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

चंद्रशेखर गुरुजी विद्यानगर थाना क्षेत्र के श्रीनगर क्रॉस स्थित एक निजी होटल में रुके हुए थे। मंगलवार सुबह समाजकंटकों ने चाकू घोंपकर इनकी हत्या की है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस आयुक्त लाभूराम, पुलिस उपायुक्त साहिल बाग्ला ने जांच की। लाश को पोस्ट मार्टम के लिए किम्स अस्पताल रवाना किया।

आरोपी होटल रिसेप्शन काउंटर के पास भक्तों का चोला पहनकर आए थे। हाल ही में चंद्रशेखर गुरु के एक भाई के पोते की मृत्यु हुई थी। उनके परिजनों से मुलाकात के लिए हुब्बल्ली आए थे और पिछले चार दिनों से होटल में रुके हुए थे। बुधवार को ही होटल का कमरा खाली करना था।

एक ने पैर छुए, दूसरे ने किए ताबड़तोड़ हमले

समाजकंटकों ने होटल के काउंटर के पास ही सरल वास्तु विशेषज्ञ चंद्रशेखर गुरु के सीने पर 35 से 40 जगहों पर चाकू घोंपा है और गर्दन के दाएं भाग को काटा है।

सीसीटीवा फुटेज से पता चल रहा है कि यह एक गंभीर हत्या है। हत्या की खबर फैलते ही उनके प्रशंसक तथा परिजन किम्स पहुंचे हैं।

आपोपियों में से एक व्यक्ति ने चंद्रशेखर गुरु के पैर छूकर प्रणाम करते ही दूसरे व्यक्ति ने सीने में चाकू घोंपा, उनके जमीन पर गिरते ही दूसरे व्यक्ति ने पीठ पर छुरा घोंपा। साथ ही गर्दन के दाएं भाग को चाकू से काटा।

इस बारे में पुलिस आयुक्त लाभूराम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि संपत्ति के मुद्दे को लेकर हत्या करने की खबरें फैलीं। हत्या के लिए स्पष्ट कारण का पता नहीं चला है। माले की जांच के लिए विशेष दस्तों का गठन किया गया है। लाश को किम्स के मुर्दाघर में रखा गया है।

कारोबार को लेकर हुए थे मतभेद

चंद्रशेखर गुरु के भतिजों ने पुलिस को जानकारी दी है कि आरोपी महांतेश शिरूर महांतेश चंद्रशेखर गुरु के साथ कार्य करता था, जो वर्ष 2016 में काम छोड़ चुका था। चंद्रशेखर गुरु के साथ कार्य करने वाली वनजाक्षी के साथ वर्ष 2019 में महांतेश ने विवाह किया था। इन दोनों का विवाह चंद्रशेखर गुरु ने ही करवाया था। महांतेश के चंद्रशेखर गुरु के साथ कारोबारी संबंध थे। हालही में इसी मुद्दे को लेकर इनके बीच मतभेद हुए थे। इसी मामले में हत्या की गई है।

पुलिस महांतेश शिरूर की पत्नी तथा चंद्रशेखर गुरु के भाई गुरुसिद्धप्पा अंगडी से भी पूछताछ कर रही है।

सिविल इंजीनियर से स्टार वास्तु विशेषज्ञ बने चंद्रशेखर

वास्तु विशेषज्ञ चंद्रशेखर गुरु मूलत: बागलकोट शहर के मोटगी गली निवासी हैं। बागलकोट के बसवेश्वर इंजीनियरिंग कॉलेज में बीई की पढ़ाई की थी। हुब्बल्ली के विद्यानगर में रह रहे थे। मोटगी गली के विरूपाक्षप्पा अंगडी, नीलव्वा अंगडी के छह बच्चों में चंद्रशेखर गुरु के तीसरे थे। सिविल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रोजगार की तलाश में साढ़े तीन दशक पूर्व मुंबई गए थे। आरम्भ में भवन निर्माण में जुटे रहे, बाद में सरल वास्तु शुरू किया। वे मुंबई, बेंगलूरु, हुब्बल्ली में रहते थे। सरल वास्तु के प्रचलन में आने के बाद वास्तु प्रेमियों में खासी शोहरत हासिल कर एक स्टार वास्तु विशेषज्ञ बने थे।

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