विकास में अल्लापुर गांव आदर्शकुंदगोल तालुक के अल्लापुर गांव में सरकारी जूनियर सेकेंडरी स्कूल परिसर में वर्ष 2023-24 के लिए मनरेगा अनुदान और 15वें वित्त आयोग की वित्तीय सहायता से निर्मित स्कूल की दीवार परिसर, भोजनशाला निर्माण, सीसीटीवी स्थापना और स्कूल वार्षिक दिवस समारोह को संबोधित करतीं जिलाधिकारी दिव्य प्रभु।

सरकारी योजनाओं का समुचित उपयोग किया जाए

जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने दिए निर्देश

हुब्बल्ली. जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि ग्राम पंचायत प्रणाली मजबूत है और विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत उपलब्ध अनुदान का उपयोग ग्रामीण बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए उचित रूप से करना चाहिए। छोटा सा गांव अल्लापुर विकास का मॉडल है।
वे कुंदगोल तालुक के अल्लापुर गांव में सरकारी जूनियर सेकेंडरी स्कूल परिसर में वर्ष 2023-24 के लिए मनरेगा अनुदान और 15वें वित्त आयोग की वित्तीय सहायता से निर्मित स्कूल की दीवार परिसर, भोजनशाला निर्माण, सीसीटीवी स्थापना और स्कूल वार्षिक दिवस समारोह का उद्घाटन कर बोल रहीं थी।

उन्होंने कहा कि विकास के अग्रदूत गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए एक अच्छा खाका (ब्लूप्रिंट) तैयार करना चाहिए। विभिन्न योजनाओं के तहत ग्राम पंचायतों को आवंटित अनुदान का समुचित उपयोग करना चाहिए। गांवों में रोजगार और गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा एक अच्छी योजना है। मनरेगा कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए जागरूकता बरतनी चाहिए। जिले में शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए चालू वर्ष से मिशन विद्याकाशी लागू किया गया है। इस वर्ष एस.एस.एल.सी. परिणामों में सुधार और स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार को प्राथमिकता दी गई है। आगामी वर्ष 2025-26 में हाईस्कूलों के साथ-साथ प्राथमिक विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए कदम उठाए जाएंगे। इस संबंध में पहले से ही कार्यक्रम गठित किए जा रहे हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि अल्लापुर गांव तंबाकू मुक्त और शराब मुक्त है, जो अन्य गांवों के लिए एक आदर्श गांव बना है। यदि जिले के सभी गांव इसी तरह तंबाकू मुक्त और शराब मुक्त गांव बन जाएं तो इससे जिले के विकास में योगदान मिलेगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि चूंकि देश का भविष्य विद्यालयों में ही निर्मित होता है, इसलिए प्राथमिक विद्यालय शिक्षा में बच्चों को अच्छी शिक्षा व संस्कार देने के लिए सभी को कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश पाटिल ने कहा कि जिले के प्रत्येक गांव में मनरेगा योजना को बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने के लिए कदम उठाए गए हैं। जिले के प्रत्येक तालुक के पांच गांवों के स्कूलों को आदर्श स्कूल के रूप में विकसित करने की योजना तैयार की गई है। वन विभाग की ओर से प्रत्येक विद्यालय परिसर में पौधे लगाने तथा विद्यालय के चारों ओर हरित अवरोध का निर्माण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के तहत स्कूलों में शौचालय, खेल के मैदान, उद्यान, स्वच्छ पेयजल, स्कूल उपकरण, कैंटीन आदि जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं।

पाटिल ने कहा कि गांव में अच्छा वातावरण, गुणवत्तापूर्ण सडक़ें, स्वच्छ जल और वन बनाने के लिए एक व्यापक योजना बनाई जानी चाहिए।

कुंदगोल कल्याणपुर मठ के अभिनव बसवण्णज्जा स्वामी ने कार्यक्रम का सानिध्य किया था।

ग्राम पंचायत के सदस्य मल्लिकार्जुन रेड्डेर ने स्कूल और गांव के विकास के बारे में बात की।

स्कूल की प्रधानाध्यापिका जे.ए. उपाध्याय ने स्वागत कर प्रास्ताविक भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका रजनी पाटिल ने किया।

मंच पर कुंदगोल तहसीलदार राजु मावरकर, तालुक पंचायत ईओ जगदीश कम्मार, क्षेत्र शिक्षा अधिकारी महादेवी माडलगेरी, गुडेनकट्टी ग्राम पंचायत की अध्यक्ष ममता बेटदूर, एसडीएमसी अध्यक्ष खादरसाब हल्लीकेरी, ग्राम पंचायत सदस्य चिदानंद पूजार, पीडीओ धर्मप्रसाद कालवाड़, ग्राम के नेता चन्नय्या हिरेमठ, स्कूल के लिए भूमि दान करने वाले शिवबसप्पा मसनाल और स्वामीराव कुलकर्णी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम में अल्लापुर के ग्रामीण, ग्राम पंचायत सदस्य, स्कूल कर्मचारी और छात्र उपस्थित थे।

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