ग्रामीणों की संपत्ति की सटीकता के लिए ड्रोन सर्वेक्षण
हुब्बल्ली. श्रम एवं जिले के प्रभारी मंत्री संतोष लाड ने कहा कि कई ग्रामीणों के पास सही माप नहीं है, भले ही वे कई वर्षों से एक ही स्थान पर रह रहे हों। इससे मुकदमेबाजी और वित्तीय नुकसान हो रहा है। जिले में स्वामित्व योजना के माध्यम से सभी 375 गांवों का ड्रोन के माध्यम से सर्वेक्षण किया जा रहा है तथा उनकी संपत्तियों की सही पहचान कर उनके मालिकों की पहचान की जा रही है। इसके लिए ग्रामीणों और ग्राम प्रतिनिधियों का सहयोग महत्वपूर्ण है।
कलघटगी तालुक के मडकिहोन्नल्ली गांव में स्वामित्व योजना के तहत ड्रोन सर्वेक्षण कार्य का शुभारंभ कर मंत्री लाड ने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए राज्य सरकार स्वामित्व योजना के तहत प्रदेश के हर गांव का सर्वेक्षण कर रही है और ग्रामीणों की संपत्ति की कानूनी पहचान कर रही है। इससे जनता को काफी लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि यह नई योजना होने से एक-दूसरे के साथ समस्याएं होना स्वाभाविक है। ग्राम प्रधानों और जनप्रतिनिधियों को सहयोग कर समस्या का समाधान करना चाहिए। ड्रोन का उपयोग करके हवाई सर्वेक्षण और रोवर सर्वेक्षण दोनों ही किए जाते हैं। यह भविष्य में बहुत उपयोगी होगा।
भूमि अभिलेख विभाग के उप निदेशक मोहन शिवन्नवर ने कहा कि यह केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त परियोजना है, जिसमें ड्रोन का उपयोग करके जिले के सभी गांवों में सर्वेक्षण किया जाएगा और संपत्ति की पहचान की जाएगी। भूमि सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को गांव में पहुंचकर निवासियों की संपत्ति का पंजीकरण करने और सीमाओं की पहचान करने की प्रक्रिया में सहायता करनी चाहिए। यदि पंजीकरण से पहले मालिक को कोई आपत्ति हो तो उसे सौंपने के लिए 30 दिन का समय दिया जाएगा। सभी को सहयोग करना चाहिए।
कार्यक्रम में तहसीलदार वीरेश मुलगुंदमठ, जिला गारंटी योजना प्राधिकरण के अध्यक्ष एसआर पाटिल, कलघटगी के सहायक भूमि अभिलेख निदेशक मंजेश, मडकीहोन्नल्ली ग्राम पंचायत के अध्यक्ष बसवराज पर्वापुर, उपाध्यक्ष रेणुका कुबिहाल, सदस्य और ग्राम नेता शिवपुत्रप्पा आलदकट्टी, मंजुनाथ मरल्ली, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी उपस्थित थे। अधिकारी शंभुलिंग होसमनी, ग्राम लेखाधिकारी मंजुनाथ और ग्रामीण उपस्थित थे।
