एक ही छत तले मिलेगी जानकारी
उडुपी. जिला पंचायत ने परशुराम थीम पार्क के उद्घाटन के दौरान कारकल में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत विभिन्न विभागों की ओर से किए जाने वाले कार्यक्रमों के नमूने तथा उनकी जानकारी को एक ही छत के नीचे किसानों को उपलब्ध कराने का काम किया है।
बेलूर स्थित परशुराम थीम पार्क के वातावरण में आदर्श ग्राम का निर्माण किया गया है। राजीव गांधी सेवा केन्द्र पं. कट्टे, मनरेगा पर योजना में विकास कार्यों का मॉडल, पैदलपुल, अमृत सरोवर, भेड़, बकरी, मवेशी शेड, पोल्ट्री हाउस, स्मार्ट स्कूल, कंपाउंड, मैदान, कल्याणी, वन, सडक़, आदर्श मकान का निर्माण किया गया है।
मॉडल हाउस (आदर्श मकान) में मकान, शौचालय, बगीचा, एजोला फिट, केंचुआ टैंक, बायोगैस प्लांट का नजारा है। बागवानी और वनीकरण मॉडल में सुपारी, नारियल, गेरू, चमेली, कृषि वनीकरण और मॉडल स्कूल में स्कूल, वर्षा जल संचयन, मलकुंड, रसोई कक्ष, खेल का मैदान, शौचालय बाड़े की दीवार के बारे में जानकारी है।

किसानों को आकर्षित कर रहे हैं मॉडल
अमृत पंचायत परियोजना के तहत भारत निर्माण सेवा केंद्र, पुस्तकालय, वर्षा जल संचयन, बोरवेल, जल पुनर्भरण इकाई, नम्म होला नम्म दारी (हमारा खेत हमारी सडक़), संजीवनी सन्ते (मंडी) मॉडल में रिज टू वैली, अमृत सरोवर, पार्क मॉडल प्लांट, कल्याणी, शांति धाम मॉडल श्मशान घाट, गौशाला भवन, पानी की टंकी, चारा प्रबंधन, लाभ के प्रति जागरूक करने वाले मॉडल किसानों को आकर्षित कर रहे हैं। इसके अलावा भी यहां कृषि, बागवानी, रेशम उत्पादन, सामाजिक वन, जलानयन, पशुपालन, मछली पालन, शिक्षा, जल मिशन सहित विभिन्न मॉडल तैयार किए गए हैं।
जलसंजीविनी मॉडल
महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए ग्राम पंचायत की जलसंजीवनी कार्य योजना ग्राम पंचायत स्तर पर लागू की जा रही है और इसका मॉडल भी यहां बनाया गया है।
आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा
प्रत्येक कार्य की अनुमानित लागत, मजदूरी के रूप में उपलब्ध राशि, सामग्री की खरीद के लिए उपलब्ध धन और कितने मानव दिवस की आवश्यकता है, इसकी पूरी जानकारी सूचना पैनल पर प्रदर्शित की गई है। मनरेगा गांव को देखने के बाद किसानों को लगा कि मनरेगा योजना का सदुपयोग होगा तो लोगों को रोजगार मिलेगा और आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।