मेंगलूरु. जिस दिन पुत्तूर नगर पालिका की जलापूर्ति बंद होती है, उस दिन नगर पालिका को आठ घंटे के लिए 2,800 लीटर डीजल का भुगतान करना पड़ता है। इस पर हर महीने लगभग 10 लाख रुपए की राशि खर्च करनी पड़ती है..!
गर्मी की शुरुआत के सात ही अक्सर बिजली कटौती हो रही है। इससे जलापूर्ति भी प्रभावित हो रही है, इसलिए नगर पालिका ने दैनिक जलापूर्ति बाधित न हो, इसके लिए डीजल आपूर्ति करने का निर्णय लिया है। पिछले दो सप्ताह से डीजल उपलब्ध कराया जा रहा है।
ईंधन भार
आमतौर पर पुत्तूर शहर में हर गुरुवार को सुबह 10 से शाम 6 बजे तक जलापूर्ति नेटवर्क में बिजली की आपूर्ति बाधित रहती है। सप्ताह के अन्य दिनों में भी 2 से 3 घंटे तक बिजली गुल रहती है। बिजली नहीं होने पर पानी की आपूर्ति बंद हो जाती है। जलसिरी परियोजना की जलापूर्ति निर्बाध जारी रहे, इसके लिए नगरपालिका को जलसिरी श्रमिकों को डीजल उपलब्ध कराना पड़ता है। पांच जनरेटरों के लिए 350 लीटर प्रति घंटे के हिसाब से नगरपालिका प्रत्येक गुरुवार को 2,800 लीटर डीजल खरीदती है और इसे जलसिरी को दी जाती है। इसके अलावा यदि अन्य दिनों में बिजली कटौती होती है तो भी डीजल दिया जाना चाहिए। अनुमानित प्रति माह 10 लाख रूपए से अधिक राशि डीजल की खरीद के लिए ही अलग रखने की जरूरत है।
जैकवेल में जनरेटर को 80 लीटर, डब्ल्यूटी में स्थित दो जनरेटर को 200 लीटर तथा सीटीगुड्डे और बलनाड में जनरेटर को प्रति घंटे कुल 70 लीटर डीजल की आवश्यकता होती है। जलसिरी को नगर पालिका को आवश्यक मात्रा में डीजल उपलब्ध कराना चाहिए तथा उसे प्राप्त करना चाहिए। प्रारंभिक चरण में 3,000 लीटर डीजल उपलब्ध कराया गया।
24 घंटे बिजली नहीं होना ही है समस्या
बन्नूर 110 के.वी. संयंत्र से नेक्कीलाडी की दूरी लगभग 14 किमी है। लंबी दूरी तक पानी पहुंचाने के लिए बिजली का उपयोग किया जा रहा है। सप्ताह में कई बार बिजली गुल होने के कारण जलापूर्ति बाधित हो जाती है। फिलहाल पुत्तूर शहर में 118 करोड़ रुपए की जलापूर्ति परियोजना लागू की गई है और 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने का काम शुरू हो गया है। एक दशक पहले जलापूर्ति के लिए एक्सप्रेस फीडर लगाया गया था परन्तु इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
ऐसे की जाती है पानी की आपूर्ति
बन्नूर शहर में 110 के.वी. का बिजली संयंत्र है। यहां से विभाग के अन्य 33/11 के.वी. संयंत्रों को बिजली वितरित की जा रही है। उप्पिनंगडी के नक्कीलाडी में पुत्तूर शहर को पानी की आपूर्ति करने वाला किंडी बांध है। कुमारधारा नदी पर बने किंडी बांध से पानी पंप करके लाया जाता है, तथा समीपवर्ती पहाड़ी पर स्थित शोधन संयंत्र में उसे शुद्ध किया जाता है, तथा वहां से पुत्तूर शहर के विभिन्न भागों में स्थित भूतल जलाशयों तथा भूमि के ऊपर स्थित जलाशयों में पानी की आपूर्ति की जाती है। इसके बाद पाइप कनेक्शन के माध्यम से घरों तक पानी की आपूर्ति की जाती है।
पिछले दो सप्ताह से की जा रही डीजल की आपूर्ति
जल आपूर्ति का प्रबंधन जलसिरी की जिम्मेदारी है। नगरपालिका ने गर्मियों के दौरान बिजली कटौती के दौरान जनरेटर को डीजल उपलब्ध कराकर यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ली है कि पेयजल आपूर्ति बाधित न हो। डीजल खरीद का मुद्दा आम बैठक में प्रस्तुत किया गया तथा अनुमोदन प्राप्त किया गया। पिछले दो सप्ताह से डीजल की आपूर्ति की जा रही है।
–मधु एस. मनोहर, आयुक्त, पुत्तूर नगर पालिका