टिकट कटने को लेकर शेट्टर ने साधा संतोष पर निशाना
शेट्टर ने कहा- संतोष पार्टी के बजाय अपने करीबियों को प्राथमिकता दे रहे हैं। कुछ लोगों के लिए पार्टी नहीं बल्कि व्यक्ति महत्वपूर्ण होते हैं।
हुब्बल्ली. भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने अपनी पुरानी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता पर सीधा हमला किया और अपना टिकट कटने के लिए जिम्मेदार ठहराया। शेट्टर ने उन्हें टिकट नहीं देने के लिए भाजपा नेतृत्व की कड़ी आलोचना की। अब हुब्बल्ली-धारवाड़ मध्य क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार शेट्टर ने सत्तारुढ़ भाजपा के पार्टी के प्रदेश महासचिव महेश टेंगिनकाई को अपने खिलाफ उतारने की घोषणा के एक दिन बाद कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी. एल. संतोष के कारण उन्हें टिकट नहीं मिला।

शेट्टर ने कहा कि मैंने हमेशा पार्टी के लिए काम किया है। मैंने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा और अनंत कुमार के नेतृत्व में उत्तरी कर्नाटक में पार्टी बनाई। मैंने विजय संकल्प यात्रा को सफल बनाया। मुझे उपचुनावों की जिम्मेदारी दी गई और मैंने उन्हें अच्छी तरह से संभाला। जो लोग मेरी आलोचना कर रहे हैं, वे अब तक कभी भी अपने निर्वाचन क्षेत्र से बाहर नहीं गए हैं।

शेट्टर ने कहा कि संतोष पार्टी के बजाय अपने करीबियों को प्राथमिकता दे रहे हैं। कुछ लोगों के लिए पार्टी नहीं बल्कि व्यक्ति महत्वपूर्ण होते हैं। एक सीट को डिस्टर्ब करने के लिए उन्होंने पार्टी को बर्बाद कर दिया। शेट्टर ने कहा कि मुझे नहीं पता कि भाजपा के शीर्ष नेताओं को संतोष पर विश्वास क्यों है, जो विभिन्न राज्यों में भाजपा के चुनाव प्रभारी के रूप में नियुक्त होने पर विफल रहे। यह भाजपा को नुकसान पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं नरेंद्र मोदी और अमित शाह को जमीनी हकीकत से अवगत नहीं कराया गया था। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ कानाफूसी अभियान कई महीने पहले शुरू हुआ था।

मैंने जे पी नड्डा, धर्मेंद्र प्रधान और अन्य लोगों को इसके बारे में बताया, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। येडियूरप्पा भी असहाय थे। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को केवल आश्वासन देने के बजाय आलाकमान के समक्ष उनके पक्ष में एक मजबूत मामला पेश करना चाहिए था। शेट्टर ने कहा कि उन्हें टिकट नहीं मिलने का असर पड़ोसी जिलों और पूरे राज्य पर पड़ेगा, उन्होंने कहा कि उनका काम कांग्रेस को जीत दिलाना और उसे स्पष्ट बहुमत दिलाना है।

पहले ही बड़े पद की पेशकश होती तो मान जाते

शेट्टर ने यह भी कहा कि अगर पहले ही उन्हें उच्च पद की पेशकश की जाती तो वे उसे स्वीकार कर लेते। उनका नाम कोर कमेटी द्वारा भेजी गई सूची में था। उन्हें नहीं पता कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में क्या हुआ। पूर्व सीएम ने कहा कि अगर उन्होंने पहले ही सम्मानपूर्वक कोई और पद दिया होता तो वे उसे स्वीकार कर लेते। उधर, शेट्टर के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य येडियूरप्पा ने कहा कि वे शेट्टर के संतोष पर लगाए आरोपों से सहमत नहीं हैं। येडियूरप्पा ने कहा कि हमें आज भी चुनाव में 150 सीटें जीतने का भरोसा है।

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