एनआईआरएफ 2025 रैंकिंग
मणिपाल. मणिपाल अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन (माहे) ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ-2025) की यूनिवर्सिटी श्रेणी में देशभर में तीसरा स्थान हासिल कर उसने अपनी शैक्षणिक श्रेष्ठता का परचम लहराया है।
पिछले वर्ष चौथे स्थान पर रही माहे ने इस बार एक पायदान ऊपर चढक़र देश की शीर्ष तीन विश्वविद्यालयों में जगह बनाई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से गुरुवार को घोषित इस सूची में देशभर की 14 हजार से अधिक उच्च शिक्षा संस्थाएं शामिल थीं। रैंकिंग नौ श्रेणियों और आठ विषय क्षेत्रों के मूल्यांकन पर आधारित थी।
अन्य उल्लेखनीय रैंकिंग
सस्टेनेबिलिटी श्रेणी में 5वां स्थान, इनोवेशन रैंकिंग में 11 से 50 बैंड, रिसर्च रैंकिंग – 2024 में 23वां, अब 19वां स्थान प्राप्त किया है।
माहे से संबद्ध संस्थानों की स्थिति
-कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज (केएमसी) मणिपाल को 10वां स्थान
-केएमसी मेंगलूरु को 35वां स्थान
-मणिपाल कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज को 5वां स्थान
-एमसीओडीएस मेंगलूरु को 11वां स्थान
-मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) को इंजीनियरिंग में 59वां स्थान
-मणिपाल स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग को आर्किटेक्चर में 27वां स्थान
-मणिपाल कॉलेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज को फार्मेसी में 8वां स्थान
-टी.ए. पाई मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट को प्रबंधन में 39वां स्थान प्राप्त हुआ है।
दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता का परिणाम
एनआईआरएफ रैंकिंग में तीसरा स्थान माहे की शैक्षणिक उत्कृष्टता, अनुसंधान क्षमता और नवाचार को मान्यता देता है। यह उपलब्धि हमारे शिक्षकों की निष्ठा, छात्रों की नवोन्मेषी सोच और संस्थान की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता का परिणाम है।
–लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. एम.डी. वेंकटेश, कुलपति
उत्कृष्टता की गारंटी
संस्था की सांस्कृतिक नवीनता और शैक्षणिक पकड़ का सशक्त प्रमाण है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच भी निरंतर प्रगति संस्थान की सामथ्र्य और उत्कृष्टता की गारंटी है।
–डॉ. एच.एस. बल्लाल, सह कुलाधिपति
रैंकिंग का आधार
विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों का मूल्यांकन शिक्षण-सीखने की प्रक्रिया, संसाधन, अनुसंधान, व्यावसायिक व्यवहार, स्नातक परिणाम आदि मानकों पर किया गया।
