जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा
कानूनी जागरूकता सप्ताह में भ्रष्टाचार के खिलाफ सशक्त संदेश
सभी ने ली ईमानदारी की शपथ
हुब्बल्ली. जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि ईमानदारी और पारदर्शिता केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए नहीं, बल्कि हर नागरिक के जीवन का अभिन्न हिस्सा होनी चाहिए। जब व्यक्ति सत्यनिष्ठ और नैतिक होता है, तभी समाज में स्थिरता और शांति आती है।
वे धारवाड़ में “जागरूकता- हमारी सामूहिक जिम्मेदारी” विषय पर आयोजित कानूनी सेवा जागरूकता सप्ताह के उद्घाटन अवसर पर बोल रहीं थी।
कार्यक्रम का आयोजन आलूरु वेंकटराव सभागृह में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, जिला पंचायत, कर्नाटक लोकायुक्त पुलिस विभाग और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था।
दिव्य प्रभु ने कहा कि प्रत्येक सरकारी अधिकारी को जनता के साथ व्यवहार में सच्चाई और पारदर्शिता रखनी चाहिए। जब प्रशासन ईमानदारी से कार्य करेगा, तभी जनता का विश्वास मजबूत होगा।
भ्रष्टाचार एक कैंसर है
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रभारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजकुमार सी. ने कहा कि भ्रष्टाचार समाज के लिए कैंसर की तरह है। यदि शुरुआत में ही इसे रोका जाए तो स्वस्थ प्रशासन और कल्याणकारी राज्य की स्थापना संभव है।
उन्होंने सभी सरकारी कर्मचारियों से ईमानदारी, नैतिकता और पेशेवर प्रतिबद्धता अपनाने का आह्वान किया। साथ ही कहा कि कानून और अधिकारों की जानकारी बढ़ाना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। जब जनता और शासन दोनों सत्यनिष्ठ होंगे, तभी सशक्त, पारदर्शी और स्वच्छ भारत का सपना साकार होगा।
सभी ने ली भ्रष्टाचारमुक्त समाज की शपथ
कार्यक्रम में महानगर पुलिस आयुक्त एन. शशिकुमार, वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश पी.एफ. दोड्डमनी, लोकायुक्त सीपीआई प्रभुलिंगय्या हिरेमठ, अपर जिलाधिकारी गीता सी.डी. सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, छात्र और आमजन उपस्थित थे।
न्यायाधीशों ने उपस्थित लोगों को ईमानदारी और भ्रष्टाचारमुक्त समाज की शपथ दिलाई। कार्यक्रम का संचालन आरती देवशिखामणि और तहसीलदार मोहम्मद अली ने किया।
