
29.85 करोड़ रुपए होंगे खर्च
मंत्रिमंडल में मिल चुकी है मंजूरी
हुब्बल्ली. हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम की हुब्बल्ली और धारवाड़ की कूड़ा निस्तारण इकाइयों में दशकों से सड़ रहे कचरे से आखिरकार निजात पाने का समय आ गया है।
नगर निगम ने हुब्बल्ली के कारवार रोड स्थित केम्पागेरी और धारवाड़ के होसयल्लापुर स्थित अपशिष्ट इकाई में वर्षों से टीले के रूप में जमा हुए कचरे के निपटान के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं।
29.85 करोड़ की लागत
हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम के पर्यावरण अभियंता बीएम मल्लिकार्जुन ने बताया कि केम्पगेरी इकाई में लगभग 3.6 लाख टन पुराने कचरे के निपटान के लिए 22.70 करोड़ रुपए और होसयल्लापुर में 1.2 लाख टन कचरे के निपटान के लिए 7.15 करोड़ रुपए की लागत से निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।
डीपीआर को मंजूरी
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के मंत्रिमंडल ने हाल ही में निस्तारण इकाई (डिस्पोजल यूनिट) के अधिकांश स्थान पर अतिक्रमण कर चुके अनिस्तारित कचरे की निकासी के लिए तैयार की गई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दी थी।
पुराने अपशिष्ट में मौजूद प्लास्टिक समेत आरडीएफ (कचरे से मिलने वाला ईंधन) सामग्री को सीमेंट कारखानों को भेजा जाएंगा। भवन के मलबे को छांटकर अन्यत्र ले जाया जाएगा। इसे निचले इलाकों में भी बिछाया जाएगा। कचरे को साफ करने के बाद कुछ वर्षों के लिए जगह को वैसे ही छोड़ दिया जाएगा और फिर उस जगह का इस्तेमाल अन्य गतिविधियों के लिए किया जाएगा।
जून के अंत तक पूरी होगी निविदा प्रक्रिया
धारवाड़ में 16 एकड़ और हुब्बल्ली में 19.15 एकड़ में पुराना कचरा फैला हुआ है। हुब्बल्ली कचरा निकासी के लिए 15 महीने और धारवाड़ कचरा निकासी के लिए 11 महीने की समयसीमा निर्धारित की गई है। जून के अंत तक निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
-डॉ. गोपालकृष्ण बी., आयुक्त, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम