
हुब्बल्ली-धारवाड़ पूर्व विधानसभा क्षेत्र के लोगों की बढ़ी आशा
हुब्बल्ली. पुरानी हुब्बल्ली का अधिकांश भाग हुब्बल्ली-धारवाड़ पूर्व विधानसभा क्षेत्र में है। निर्वाचन क्षेत्र व्यावसायिक गतिविधियों का केंद्र भी है, पड़ोसी हुब्बल्ली-धारवाड़ सेंट्रल निर्वाचन क्षेत्र की तुलना में विकास में थोड़ा पीछे है।
हाल के वर्षों में इस क्षेत्र के बुनियादी ढांचे में बहुत सारे बदलाव हुए हैं परन्तु विकास केवल बुनियादी ढांचे तक ही सीमित नहीं है। इसके अलावा भी कई विकास कार्य होने हैं। इस लिहाज से क्षेत्र के लोगों को हैट्रिक जीतने वाले विधायक प्रसाद अब्बय्या से काफी उम्मीदें हैं।
गणेशपेट के सलीम ए. का कहना है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत क्षेत्र में निर्मित नवीन जनता बाजार परिसर की दुकानों व मछली बाजारों का उद्घाटन होने के बाद भी अभी तक दुकानों का आवंटन नहीं हुआ है। मंटूर रोड पर गरीबों के लिए बने आवासीय परिसर का उद्घाटन होना है। दुर्गदबैल बाजार क्षेत्र को विकास की जरूरत है। शिवराज हिरेमठ का कहना है कि पिछले दस वर्षों में निर्वाचन क्षेत्र में सडक़, भूमिगत जल निकासी सहित बुनियादी ढांचे के मामले में एक बड़ा बदलाव हुआ है परन्तु इसे एक मॉडल निर्वाचन क्षेत्र बनाने के लिए, कई बातों पर ध्यान देने की जरूरत है।
अस्पतालों का हो उन्नयन
पुरानी हुब्बल्ली के वीरेश कुलकर्णी ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व प्रसूति अस्पताल का उन्नयन होगा तो लोगों को निजी अस्पतालों में पैसे बहाने से छुटकारा मिलेगा। बाजार क्षेत्रों और स्लम क्षेत्रों में साफ-सफाई पर जोर देना चाहिए। सडक़ किनारे कचरा नहीं दिखाई नहीं देना चाहिए।
बंकापुर चौक के अशपाक शिरहट्टी ने कहा किशहर के चन्नम्मा सर्कल से जुड़तने वाला पुराना पी.बी. रोड की सडक़ बहुत संकरी है। सुबह-शाम यातायात दबाव रहता है। लोग सडक़ पर ही व्यापार करते हैं। पार्किंग या फुटपाथ नहीं होने के कारण ऑटो समेत निजी वाहन सडक़ पर खड़े रहते हैं। इसलिए, इस सडक़ को चौड़ा करना चाहिए।
मेदार ओणी के रामप्पा बी. का कहना है कि बारिश से होने वाली क्षति को रोकने के लिए स्थायी समाधान की जरूरत है।
मानसून आने पर क्षेत्र के कई हिस्सों में जल भराव की समस्या आम बात है। वर्षों से चली आ रही समस्या का समाधान नहीं हुआ है। बरसात के मौसम के दौरान, कसबापेट, मेदार ओणी सहित शहरी नहर के आस-पास के क्षेत्रों में पानी घुसता है। हर बार लोग रातोंरात अपने घरों को छोडकऱ कहीं और शरण ले रहे हैं। बारिश होने पर तुलजा भवानी मंदिर सर्कल नहर में बदल जाता है। मंदिर ही नहीं आसपास की दुकानों में भी पानी घुस जाता है। यह समस्या क्षेत्र के कई निचले इलाकों में है। इस समस्या का स्थाई समाधान करना चाहिए।
सर्वसुविधायुक्त खेल का मैदान नहीं
सामाजिक कार्यकर्ता गुरुनाथ उल्लिकाशी ने कहा कि नेहरू स्टेडियम हुब्बल्ली शहर का एकमात्र सरकारी मैदान है। यह भी पड़ोसी हुब्बल्ली-धारवाड़ सेंट्रल निर्वाचन क्षेत्र में है। पूर्व क्षेत्र में युवाओं की खेल गतिविधियों के लिए सर्वसुविधायुक्त मैदान की कई वर्षों से मांग की जा रही है। इंडी पंप सर्किल में हजरत सैय्यद फतेहशाह वली दरगाह के पीछे डॉ. बी.आर. अम्बेडकर मैदान है। विकास और रखरखाव की कमी के कारण इसका उपयोग खेल गतिविधियों के लिए नहीं हो रहा है। इस मैदान का समुचित विकास और प्रबंधन करना चाहिए। सरकारी जमीन खाली है तो खेल के मैदान को विकसित करना चाहिए।
सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार पर लगाम कसें
पुरानी हुब्बल्ली यूकेटी हिल के सादिक मिट्टेभाई का कहना है कि शिक्षा, स्वास्थ्य, साफ-सफाई, युवाओं के लिए कौशल विकास सहित कई क्षेत्रों में इस क्षेत्र को विकसित करने की जरूरत है। सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से मुकाबला करने के योग्य विकसित करना चाहिए। जगह-जगह उद्यानों का निर्माण करना चाहिए। सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार पर लगाम कसनी चाहिए।
इन कार्यों को मिले प्राथमिकता
पेयजल समस्या का समाधान करना चाहिए।
प्रमुख सड़कों पर पार्किंग की समस्या समाप्त का समाधान करना चाहिए।
फुटपाथ का निर्माण एवं रख-रखाव होना चाहिए
सार्वजनिक स्थलों एवं कार्यालय परिसरों में साफ-सफाई पर अधिक बल देना चाहिए।
शांति भंग किए बिना कानून व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए।
चोरी सहित आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस गश्त बढ़ानी चाहिए।
लघु उद्योगों को शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
युवाओं और महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण और रोजगार मुहैया कराना चाहिए।
बाजार क्षेत्रों में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करना चाहिए।